नोटेड पॉइंट्स
1. भविष्य में मुसलमानों की जनसंख्या भारत में तेजी से बढ़ेगी
2. भविष्य में भारत में हिंदू धर्म के मजबूत होने की संभावना बहुत अधिक है
3. हिंदू धर्म के मजबूत होने से धर्म परिवर्तन पर रोक लगेगी साथ ही साथ सत्ता में हिंदू धर्म से जुड़े हुए लोगों के आने से देश में हिंदुओं पर जो दूसरी कम्युनिटी के द्वारा दबाव डालकर धर्म परिवर्तन व अन्य विचारधाराएं थोपी जा रही हैं उन पर रोक लगेगी और सत्ता के डर से ऐसी शक्तियां दूर भागेंगे
4. देश में एससी-एसटी वर्ग आरक्षण के दम पर अच्छी विकास दर हासिल करेगा जिससे इस वर्ग का धर्म परिवर्तन भी रूकेगा और यह हिंदू समाज में अपनी एक नई जगह कायम करेंगे साथ ही इनके छोड़े हुए काम अर्थात छोटे तबके के जो कार्य हैं उन्हें गरीब मुसलमान करना शुरू कर देंगे
5. मुसलमानों का भविष्य भारत में अंधकार में हो सकता है संभव है अगले 200 से 300 वर्ष में मुसलमानों की हालत आज के एससी एसटी वर्ग जैसी हो जाए
6. हिंदू अपनी आबादी को बढ़ाने के लिए एससी एसटी वर्ग के साथ-साथ आदिवासी वर्ग और अति पिछड़े वर्गों को अपने में मिलाने की कोशिश करेंगे उनके विकास पर ध्यान देंगे जिसमें हिंदूवादी संगठन जैसे RSS विश्व हिंदू परिषद इन संगठनों का विशेष योगदान हो सकता है
7. देश के विकास को आज हिंदू विकास दर के साथ जोड़ा जाता है क्योंकि दुनिया में अब पुरातन धर्मों का विकास हो रहा है और व्यक्तिवादी धर्म धीरे-धीरे संकुचित होते जा रहे हैं क्योंकि उन्हें भी वही बुराइयां आ रही हैं जो पुरातन धर्मों में हैं
8. अगर भारत का विकास होता है तो इसका बड़ा हिस्सा उच्चवर्गीय हिंदुओं के हाथ में जाएगा इस स्थिति में उच्च वर्गीय हिंदू कृषि या छोटे काम जिन्हें वह आज करते हैं उनको छोड़ना शुरू कर देंगे जिससे इस जगह पर जो जगह खाली होगी उसे पिछड़े और निम्न वर्ग के हिंदू भरेंगे और वह इन कामों को करना शुरू कर देंगे सामाजिक विकास की इस प्रक्रिया में छोटे तबके के हिंदू वर्ग की गरीबी दूर होगी और वह अछूत जैसे कार्यों को करना बंद कर देंगे तब इसके लिए अन्य मजदूरों की आवश्यकता होगी
8. गरीबी के नाम पर बनने वाली जो भी योजनाएं हैं उनमें आगे चलकर देश में हिंदू गरीब और मुसलमान गरीब का भेदभाव स्पष्ट दिखाई देने लगेगा जिसमें हिंदू गरीब को प्राथमिकता दी जाएगी और मुस्लिम गरीब अपनी शिक्षा सामाजिक संकीर्णता के कारण पीछे छूटते जाएंगे साथ ही उच्चवर्गीय मुसलमान संसाधनों को हथियाने के लालच में नीचे वाले मुस्लिमों को दबाने की भी कोशिश करेंगे इससे सामाजिक विकास के अनुक्रम में हिंदू गरीबों की स्थिति मुस्लिम गरीबों से ऊपर होगी
9. दुनिया के जिस तरह के हालात बन रहे हैं उनमें व्यक्तिवादी धर्मों के ऊपर बहुत दबाव बढ़ रहा है लेकिन इसमें सबसे ज्यादा दबाव इस्लाम धर्म के ऊपर ही है क्योंकि इस्लाम धर्म की कट्टरता ही उसकी आज सबसे बड़ी दुश्मन बन चुकी है इस्लाम धर्म में हर चीज के नियम कानून कायदे और कानून आज से 600 साल या 700 साल पहले लिखे गए थे वह कानून आज के समय में अप्रभावी हो चुके हैं और समाज को आगे बढ़ाने में उनकी हैसियत खत्म हो चुकी है लेकिन उच्चवर्गीय मुस्लिम निम्नवर्गीय मुस्लिम को अपने लिए एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं और उन्हें दबाए रखना चाहते हैं यह किसी भी समाज के उच्च वर्ग के लिए बहुत आसान होता है कि धर्म के नाम पर बनाए गए कानून अब नीचे वाले समाज पर थोप दिए जाएं और वह समाज उन नियमों को मानने का आदि हो चुका होता है इस वजह से उन्हें मना नहीं कर पाता यही नियम इस धर्म में सबसे बड़ी कमी साबित हो सकता है
10. मुस्लिम धर्म में शिया और सुन्नी 2 वर्ग हैं या अपने को सुननी वर्ग द्वारा सताया हुआ मानते हैं और शिया धर्म का अविर्भाव सर्वाधिक ईरान में है बाकी पूरे विश्व में सुन्नी धर्म का ही प्रभाव है भविष्य में अगर ईरान का विकास होता है तो ईरान शिया धर्म को छोड़कर अपने पारसी धर्म की तरफ लौट सकता है क्योंकि सिया अधिकतर उदारवादी होते हैं और वह खुद को आर यस या हिंदू मानते हैं भारत में भी शिया मुस्लिम हिंदू मान्यताओं को ज्यादातर ही देते हैं और सुन्नी मुस्लिमों से अपनी सुरक्षा का वादा चाहते हैं
9. अभी भारत में उपस्थित पठान कुरैशी इतिहास मुस्लिम जातियां अपने को शुद्ध हिंदुस्तानी मानती हैं यह लोग अफगानिस्तान और पाकिस्तान बॉर्डर के रहने वाले हैं जो कई बार खुद को हिंदू धर्म में शामिल करने की बात कर चुके हैं और खुद को अरब लोगों से सताया हुआ मानते हैं भविष्य में हिंदू धर्म का विकास होने पर किया हिंदू धर्म में बनाए हुए नए नियम कानून दिन में जातियों का समावेशन आवश्यक होगा और जाति व्यवस्था को इस तरह से निर्धारित किया जाए कि दूसरे धर्म के लोगों को इसमें जगह मिल सके तब इन लोगों का हिंदू धर्म में समावेश हो सकता है
10. भविष्य में आतंकवाद को कंट्रोल करने के लिए दुनिया में बौद्धिक क्रांति होने की संभावना बढ़ रही है आज के समय में हथियारों से युद्ध जीतने की संभावना कम हो चुकी है क्योंकि पूरा विश्व परमाणु हथियारों से संपन्न है और परमाणु हथियारों का इस्तेमाल पूरे विश्व के विनाश का कारण बन सकता है इसलिए विश्व की बड़ी शक्तियां संसार को कंट्रोल करने के लिए बौद्धिक हथियार का इस्तेमाल करेंगे
11. संसार में जब बौद्धिक हथियार का इस्तेमाल शुरू होगा तो यह एक सशक्त क्रांति होगी ऐसा विश्व इतिहास में पहले भी कई बार हो चुका है जिसके परिणाम कई बार सकारात्मक और कई बार विनाशकारी साबित हुए हैं
12. अगली बौद्धिक क्रांति होने पर हो सकता है कि लोग धर्म के प्रति आसक्ति ही छोड़ दें और वह किसी भी धर्म को मानना बिल्कुल बंद कर दें
13. भारतीय समाज एक लंबे समय तक गुलामी का शिकार रहा है और अब बहुत समय के बाद भारत अपने खुद के समाज का निर्माण कर रहा है और भारत इसकी शुरुआती अवस्था में है अभी भारत में विकास की संभावनाएं लंबे समय तक बनी रहेंगी इस वजह से इस में होने वाली किसी भी बौद्धिक क्रांति का कोई अधिक असर आने की संभावना नहीं है क्योंकि हिंदू धर्म अपने विकास के नए-नए चरणों से गुजर रहा है और यहां पर आंतरिक संघर्ष का एक चरण लगभग पूरा हो चुका है अब यहां पर इस संघर्ष को अपने अपने लाभ के लिए अलग अलग वर्ग इस्तेमाल करने के
Iलिए लगे हुए हैं इसमें बड़ी बौद्धिक क्रांति होने की कब संभावना लगभग नगण्य है
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